कांग्रेस की तरफ से लोकसभा चुनाव प्रचार में अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सबसे अधिक सक्रिय रही हैं। करीब चार माह पहले सक्रिय राजनीति में कदम रखने वाली प्रियंका ने चुनाव प्रचार के दौरान लगभग सभी प्रदेशों में जनसभाएं और रोड शो किए हैं। उनके कार्यक्रमों में भीड़ उमड़ रही है। महिलाएं उनसे मिलना चाहती हैं, प्रियंका भी उन्हें मायूस नहीं करतीं और कई बार बैरिकेड लांघकर महिलाओं से बात करने और मिलने उनके बीच पहुंच जाती हैं।
दादी से तुलना : जनसभाओं और रोड शो में प्रियंका जल्द ही लोगों से घुल मिल जाती हैं। लोग उनमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि तलाशने लगते हैं। भाषण और बोलने के अंदाज की तुलना उनकी दादी इंदिरा से करते हैं। प्रचार के दौरान उनकी छवि एक तेज-तर्रार वक्ता के तौर पर बनकर उभरी है। कांग्रेस और खासकर उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं को उनसे काफी उम्मीदें हैं। पार्टी महासचिव के तौर पर उनके पास पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी है। इसलिए, उन्होंने यूपी को अधिक वक्त दिया है।
मुश्किल वक्त में जिम्मेदारी : कार्यकर्ता लंबे वक्त से प्रियंका को संगठन में अहम जिम्मेदारी देने की मांग करते आ रहे थे। पार्टी में कई तरह के कयास लगाए गए। लेकिन आलाकमान को शायद सही मौके का इंतजार था। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सरकार गठन के बाद लोकसभा चुनाव में जीत बड़ी चुनौती थी। लिहाजा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें महासचिव नियुक्त करते हुए सियासी तौर पर सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से की जिम्मेदारी सौंप दी। इसके बाद प्रियंका लगातार सक्रिय हैं।
कम शब्दों में बात : पूर्वी यूपी की प्रभारी के तौर पर प्रियंका जहां कार्यकर्ताओं में भरोसा पैदा करने में सफल रही हैं, वहीं प्रचार के दौरान उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधने में भी कोई गुरेज करते नहीं देखा गया है। वह अपेक्षाकृत कम बोलती हैं, पर कम शब्दों में बात कहना बखूबी जानती हैं। ऐसे में पार्टी को उनसे काफी उम्मीदें हैं।
व्यक्तिगत जीवन
12 जनवरी 1972 को नई दिल्ली में जन्म
दिल्ली के मॉर्डन स्कूल से शुरुआती शिक्षा
इसके बाद मनोविज्ञान में स्नातक और स्नाकोत्तर किया
18 फरवरी 1997 को हिंदू रीति-रिवाज से रॉबर्ट वाड्रा से विवाह हुआ
सियासी सक्रियता
2004 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की चुनाव अभियान प्रबंधक बनीं
2007 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अमेठी और रायबरेली क्षेत्र की सीटों पर चुनाव प्रचार किया
2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अमेठी, रायबरेली और आसपास की सीटों पर प्रचार किया
2019 जनवरी में कांग्रेस महासचिव नियुक्त हुईं, पार्टी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में जीत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी
सोशल प्रोफाइल
2019 फरवरी में ट्विटर से जुड़ीं प्रियंका
4.37 लाख से अधिक हैं फॉलोअर
35 से ज्यादा ट्वीट कर चुकी हैं अभी तक